शायद सबसे पहली और सबसे लोकप्रिय विज्ञान कि कल्पित कहानी 'फ्रैंकेस्टाइन' थी, जो कि मेरी गौडविन ने लिखी थी। शैली अंग्रेजी के जाने माने कवि थे। वे मेरी गौडविन के साथ प्रेम रचाने लगे और १८१४ में उसी के साथ यूरोप भाग गये। १८१६ में जब वे वापस इंगलैंड आये तो शैली की पहली पत्नी हैरियट की मृत्यु, दुर्घटना के कारण हो गयी। शैली ने मैरी से शादी कर ली। वे पुन: १८१८ में यूरोप गये वहां वे शैली के कवि मित्र बाइरन, जो कि स्वयं एक उम्दा कवि थे, के साथ रहे। इस बार जब मेरी गौडविन बोर होने लगी तो दोनो मित्रों ने उनसे मजाक में कुछ भी लिखने के लिये कहा। उस समय बिजली के बारे में नयी नयी बातें पता चल रहीं थी। गैलवानी और वोल्टा ने इस पर नये नये प्रयोग किये थे। इसी को ध्यान में रख कर मेरी ने 'फ्रैंकेस्टाइन' लिखी। यह एक डाक्टर कहानी है जो कि बिजली का उपयोग करके एक दानव को बनाता है और उसके बाद क्या होता है। इस कहानी की शिक्षा है कि प्रकृति के साथ मत खेलो। कुछ लोगो कि गलतफहमी है कि दानव का नाम फ्रैंकेस्टाइन था वास्तव में यह नाम उस डाक्टर का था जिसने उसे बनाया था।
भाग्य कि विडम्बना देखिये कि शैली और बाईरन जो अपने आप को महान कवि वा लेखक मानते थे और जो सोचते थे कि वे इतिहास में वे अमर हैं और जिन्होने केवल मेरी का मन रखने के लिये उसे लिखने को कहा था उन लोगों की कृतियों का नाम शायद ही कोई बता पाये, बहुत कम लोगों ने उनकी कृतियों को पढ़ा है पर दुनिया में शायद ही कोई होगा जिसने फ्रैंकेस्टाइन का नाम नहीं सुना या इसके बारे में न मालुम हो। यह तो अंग्रेजी का एक मुहावरा सा बन गया। शैली और बाईरन के बारे में मेरा आंकलन गलत भी हो सकता है, मुझे अंग्रेजी कोई प्रेम नहीं और कवितायें तो गागर में सागर भरती हैं - मेरी कम समझ में आती हैं।
मेरा बचपन जुले वर्न की पुस्तकें पढ़ते बीता। मैंने एच.जी. वेल्स को भी उसी समय पढ़ा। विश्विद्यालय में रहते, मैंने आइजेक ऐसीमोव, आर्थर सी. कलार्क, कार्ल सैगन, फ्रेड हौयल, होगन, उर्सुला शायद विज्ञान के सारे लेखकों को चाट डाला पर मेरे सबसे प्रिय लेखक हैं,
Isaac AsimovOne of the most prolific writers in history, on any imaginable subject. Cared little for art but created lasting and memorable tales. |
यदि आप भी जानना चाहें कि आपके प्रिय विज्ञान की कल्पित कहानी के लेखक कौन हैं या किसकी कहानियां आपको पसन्द आयेंगी तो आप यहां देख सकते हैं।
हिन्दी में विज्ञान की कल्पित कहानियां, जयन्त विष्णु नार्लीकर ने लिखी हैं जो कि बहुत अच्छी हैं पर यह थोड़ी ही हैं इसके बारे में आप यहां पढ़ सकते हैं
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