विषुव अयन (precession of equinoxes) - हेयर संगीत नाटक के शीर्ष गीत का अर्थ: ... टोने टुटके

ज्योतिष, अंक विद्या, हस्तरेखा विद्या, और टोने-टुटके
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यह पोस्ट: विषुव अयन (precession of equinoxes): हेयर संगीत नाटक के शीर्ष गीत का अर्थ
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हम पृथ्वी की तीसरी गति के बारे में छटी पोस्ट पर चर्चा कर चुके हैं। यही कारण है विषुव अयन का और राशि चक्र के मेष राशि से शुरू होने का।

साल के शुरु होते समय (जनवरी माह में) सूरज दक्षिणी गोलार्द्ध में होता है और वहां से उत्तरी गोलार्द्ध जाता है। साल के समाप्त होने (दिसम्बर माह) तक सूरज उत्तरी गोलार्द्ध से होकर पुनः दक्षिणी गोलार्द्ध पहुचं जाता है। इस तरह से सूरज साल में दो बार भू-मध्य रेखा के ऊपर से गुजरता है। इस समय को विषुव (equinox) कहते हैं। यह इसलिये कि, तब दिन और रात बराबर होते हैं। यह सिद्धानतः है पर वास्तविकता में नहीं, पर इस बात को यहीं पर छोड़ देते हैं। आजकल यह समय लगभग 20मार्च तथा 23 सितम्बर को आता है। जब यह मार्च में आता है तो हम (उत्तरी गोलार्द्ध में रहने वाले) इसे महा/बसंत विषुव (Vernal/Spring Equinox) कहते हैं तथा जब सितम्बर में आता है तो इसे जल/शरद विषुव (fall/Autumnal Equinox) कहते हैं। यह उत्तरी गोलार्द्ध में इन ऋतुओं के आने की सूचना देता है।

विषुव का समय भी बदल रहे है। इसको विषुव अयन (Precession of Equinox) कहा जाता है। पृथ्वी अपनी धुरी पर २४ घन्टे में एक बार घूमती है। इस कारण दिन और रात होते हैं। पृथ्वी की धुरी भी घूम रही है और यह धुरी २५,७०० साल में एक बार घूमती है। यदि आप किसी लट्टू को नाचते हुये उस समय देखें जब वह धीमा हो रहा हो, तो आप देख सकते हैं कि वह अपनी धुरी पर भी घूम रहा है और उसकी धुरी भी नाच रही है। विषुव का समय धुरी के घूमने के कारण बदल रहा है। इसी लिये pole star भी बदल रहा है। आजकल ध्रुव तारा पृथ्वी की धुरी पर है और दूसरे तारों की तरह नहीं घूमता। इसी लिये pole star कहलाता है। समय के साथ यह बदल जायगा और तब कोई और तारा pole star बन जायगा।

पृथ्वी अपनी धुरी पर लगभग २५,७०० साल में एक बार घूमती है। वह १/१२वें हिस्से को २१४१ या लगभग २१५० साल में तय करती है। वसंत विषुव के समय सूरज मीन राशि में ईसा के 500 साल बाद (500 AD) में आया। इसके पहले वह मेष राशि में २१५० साल से था - यानि कि ईसा से १६५० साल पहले (1650 BC) से, ईसा के ५०० साल बाद (500 AD) तक सूरज, पृथ्वी के सापेक्ष, मेष राशि में रहा। अलग अलग सभ्यताओं में, इसी समय खगोलशास्त्र या ज्योतिष का जन्म हुआ। इसी लिये राशिफल मेष से शुरु हुआ। पर अब ऐसा नहीं है। इस समय सूरज वसंत विषुव के समय पृथ्वी के सापेक्ष मीन राशि में होता है। यह अजीब बात है कि विषुव के बदल जाने पर भी हम राशिफल मेष से ही शुरु कर रहें है - तर्क के हिसाब से अब राशिफल मीन से शुरु होने चाहिये, क्योंकि अब विषुव के समय सूरज, मेष राशि में न होकर मीन राशि में है।

ईसा के ५०० साल (500 AD) के २१५० साल बाद तक यानि कि २७वीं शताब्दी (2650 AD) तक, वसंत विषुव के समय सूरज पृथ्वी के सापेक्ष मीन राशि में रहेगा। उसके बाद वसंत विषुव के समय सूरज, पृथ्वी के सापेक्ष, कुम्भ राशि में चला जायगा। यानि कि तब शुरु होगा कुम्भ का समय। अब आप हेयर संगीत नाटक के शीर्षक गीत Aquarius की पंक्ति 'This is the dawning age of Aquarius' (पांचवीं पोस्ट) का अर्थ समझ गये होंगे। मेरे मित्र इस गाने को सुनते थे, गाते थे, इस संगीत नाटक की बात करते थे, पर अर्थ नहीं समझते थे - ज्योतिष में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है। यह अगली बार।


इस बात को यदि आप देख कर समझना चाहें तो नीचे देखें




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